जैविक खेती : परिभाषा, महत्त्व, अवधारणा, सिद्धान्त, उद्देश्य, उपयोगिता

 जैविक खेती : परिभाषा, महत्त्व, अवधारणा,

सिद्धान्त, उद्देश्य, उपयोगिता



जैविक खेती (Organic farming) एक प्रगतिशील खेती प्रणाली है जो भूमि, पानी, और पादपोषण के संरक्षण और उनके संतुलित उपयोग पर ध्यान केंद्रित करती है। यह सुरक्षित खाद्य उत्पादन, पर्यावरण की संरक्षा, प्राकृतिक संसाधनों के समर्पित उपयोग, और किसानों की आर्थिक विकास को संवार्धित करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इसका महत्व, अवधारणा, सिद्धांत, उद्देश्य, और उपयोगिता के बारे में निम्नलिखित  विवरण दिया गया है:



जैविक खेती एक प्रणाली है जो खेती को पर्यावरणीय और सामाजिक संरचनाओं के साथ सुसंगत बनाती है। इसका महत्त्व विशेष रूप से सामरिक खेती प्रणालियों, केमिकल उपयोग, और भूमि के अपव्यय के प्रभावों को कम करने में होता है। जैविक खेती उत्पादों के बाजार में मांग को पूरा करती है, जहां स्वस्थ खाद्य उत्पादों की बढ़ती मांग की आवश्यकता होती है।


जैविक खेती के सिद्धांतों में प्राकृतिक जैविक खाद्य पदार्थों के उपयोग, प्राकृतिक कीटनाशकों का प्रयोग, जैविक विविधता का संरक्षण, मिट्टी स्वास्थ्य का पालन, और पर्यावरणीय संतुलन की देखभाल शामिल होती है। इसमें केमिकल खाद्य पदार्थों, संश्लेषित खाद्य पदार्थों, और जैविक कीटनाशकों का निषेध होता है।


जैविक खेती का प्रमुख उद्देश्य स्वस्थ खाद्य उत्पादन करना है जो मानव स्वास्थ्य को संरक्षित रखता है और पर्यावरण को सुरक्षित बनाता है। इसका एक अन्य महत्त्वपूर्ण उद्देश्य उत्पादन क्षेत्र में जीवाणुओं, जीव-जन्तुओं, और पौधों की विविधता को बढ़ावा देना है। जैविक खेती भारतीय किसानों के लिए वाणिज्यिक रूप से और आर्थिक रूप से भी लाभदायक साबित हो सकती है। इसका उपयोग खेती की धाराती को सुदृढ़ करने, मिट्टी की उर्वरा गुणवत्ता को बढ़ाने, प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने, और स्थायी खेती प्रणालियों को स्थापित करने के लिए किया जा सकता है।



जैविक kheti की उपयोगिता बहुत सारी है। यह प्राकृतिक संसाधनों की बचत करती है, जल संरचनाओं को संरक्षित रखती है, माटी की गुणवत्ता को सुदृढ़ करती है, प्राकृतिक जीवन की विविधता को बढ़ावा देती है, जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करती है और जैविक संचालन के माध्यम से मानव स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। इसके साथ ही, जैविक खेती कृषि उत्पादों की मान्यता और बाजार में अधिक मूल्य प्राप्ति की संभावना प्रदान करती है।


इस प्रकार, जैविक खेती एक सुस्थित, पर्यावरण संरक्षण के प्रतिष्ठित और मानव स्वास्थ्य को ध्यान में रखती हुई खेती प्रणाली है। इसका उद्देश्य स्वस्थ खाद्य उत्पादन, पर्यावरण की संरक्षा, और किसानों की आर्थिक संप्रगति को सुनिश्चित करना है। जैविक खेती न केवल मानव स्वास्थ्य को सुरक्षित रखती है, बल्कि पूरी पृथ्वी के लिए एक सुस्थित भविष्य की ओर प्रगति करने में मदद करती है।

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