हल्दी करक्यूमिन एक परिचय हल्दी क्या है? हल्दी का वर्गीकरण



 हल्दी एक परिचय हल्दी क्या है?

हल्दी का वर्गीकरण

हल्दी का पौधा : इसके पत्ते बड़े-बड़े होते हैं । हल्दी (टर्मरिक) भारतीय हल्दी करक्यूमिन एक भारतीय भोजन में डाले जाने वाला एक मसाला है भारतीय भोजन में हल्दी के बगैर कोई भी  सब्जी बनाया नहीं जा सकता हल्दी करक्यूमिन में औषधि गुण होने की वजह से हमारे दादा दादी नाना नानी के  नुक्सा में हल्दी दवाई के रूप में प्रचलित है

haldi classification। haldi ka classification

Turmeric, commonly known as "haldi" in some regions, belongs to the Zingiberaceae family. Its scientific name is Curcuma longa. Turmeric is a perennial plant native to South Asia and is widely cultivated for its rhizomes, which are used as a spice and in traditional medicine due to their numerous health benefits. The primary active constituents of turmeric are curcuminoids, with curcumin being the most prominent one.

classification of turmeric

Turmeric (Curcuma longa) is classified as follows:


Kingdom: Plantae

Clade: Tracheophytes

Clade: Angiosperms

Clade: Monocots

Order: Zingiberales

Family: Zingiberaceae

Genus: Curcuma

Species: Curcuma longa


It belongs to the family Zingiberaceae, which includes other well-known plants like ginger (Zingiber officinale). Turmeric is a herbaceous plant that is widely cultivated for its rhizomes, which are used as a spice and for various medicinal purposes.



हल्दी करक्यूमिन एक अदरक मूल का पौधा होता है जो 2 से 5 फीट तक इसकी ऊंचाई रहती है और उसका जड़ के गांठ का ही उपयोग हम औषधि के लिए या सब्जी में मसाले के तौर पर उपयोग करते हैं हल्दी 8 महीने का फसल है और फसल तैयार होने के बाद पौधे सूख जाते हैं जिसे बाद में खुदाई करके उसके गांठ को निकाल कर प्रोसेसिंग कर हल्दी पाउडर तैयार कर लिया जाता है


औषधि ग्रंथों में इसे हल्दी के अतिरिक्त हरिद्रा, कुरकुमा लौंगा, वरवर्णिनी, गौरी, क्रिमिघ्ना योशितप्रीया, हट्टविलासनी, हरदल, कुमकुम, टर्मरिक कहां जाता है भारतीय औषधि ग्रंथ और इतिहास हल्दी का विशेष विवरण और उल्लेख मिलता है
हल्दी भारतीय खाने का अहम हिस्सा है। चाहे दाल हो या फिर सब्जी इनमें  हल्दी मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है
Turmeric is a flowering plant, Curcuma longa of the ginger family





कच्ची हल्दी के हैं ढेरों फायदे, इस्तेमाल से मिलेंगे ये नतीजे

कच्ची हल्दी करक्यूमिन के लेप को अगर स्क्रीन में लगाएं तो किसी भी प्रकार का दाग धब्बा मुहासे कील और शारीरिक संक्रमण दूर हो जाते हैं सौंदर्य प्रसाधन में हल्दी का बहुत ज्यादा मात्रा में प्रयोग किया जाता है बहुत बड़ी बड़ी कंपनी हल्दी की क्रीम बनाकर  मार्केट में प्रचार-प्रसार करती है


किसी भी प्रकार का चोट लग जाए जख्म में हल्दी करक्यूमिन को पीसकर लेप लगाने से तुरंत ही आराम मिलता है भारतीय औषधि में हल्दी प्रचलित दवाई है जो घर घर में उपयोग किया जाता है


 सर्दी जुकाम तेज बुखार सभी में हल्दी के पाउडर को दूध में मिलाकर पीने से बहुत ही आराम मिलता है किसी भी संक्रमण शरीर में प्रवेश करने से हल्दी का प्रयोग करने से संक्रमण बैक्टीरिया जनित बीमारी दूर हो जाती है


 विश्व में बहुत सारे अलग-अलग किस्म के संक्रमण हो जाने की वजह से हल्दी की ग्राहकी बढ़ गई है और हल्दी संक्रमण जीवाणु विषाणु जनित किसी भी बीमारी की रोकथाम के लिए असरकारक  वैज्ञानिकों द्वारा प्रमाणित हो चुका है

बहुराष्ट्रीय कंपनी तक हल्दी का फेस पैक को बाजार में मार्केटिंग किया जा रहा है और हल्दी के फेस पैक के स्किन के लिए बहुत ही लाभदायक है

लड़की ने चेहरे पर लगाया हल्दी का फेस पैक फिर जो हुआ वो एक सबक है!


हल्दी से क्या फायदे? हल्दी के चमत्कारी फायदे



Raw Turmeric Health Benefits And Advantages In Hindi Kachi Haldi 

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर को बढ़ने से रोकता है।जिस वजह से हल्दी का सेवन लाभदायक है हल्दी पित्ताशय को उत्तेजित करती है, जिसकी वजह से पाचन प्रक्रिया सक्रिय रहती है और  पाचन क्रिया  में सुधार होने से गैस की प्रॉब्लम खत्म हो जाती हल्दी के फायदे स्किन के लिए   हल्दी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाती है। इसमें मौजूद लाइपोपॉलीसकराइड नाम का पदार्थ यह काम करता है। हमारेेेेेे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता  होनी चाहिए   जो शरीर में संक्रमण होने ना दे सर्दियों में बड़े काम की चीज है fitness बना रहा है Lifestyle में शामिल  है Kachi Haldi Ke Fayde: हल्दी कई गुणों से भरपूर होती है. इसके लगातार हेल्थ Benefits: कई फायदों से भरी  (Haldi) औषधीय गुणों से भरी हुई है जो आपको प्राकृतिक रूप  से हमे मिला है Benefits of Haldi | हल्दी के फायदे | हल्दी के चमत्कारी फायदे  जिन्हें हर भारतीय अपने उपयोग हेतु अपने भोजन में और दवाई के रूप से अपनाता है




हल्दी खाने से क्या नुकसान है?

हल्दी खाने में अत्यधिक मात्रा में उपयोग करने से कुछ नुकसान होने की संभावना रहती है जिस वजह से अगर हमें आयुर्वेद के रूप में हल्दी को अपना ना हो तो उसकी कुछ मात्रा की प्रयोग में लिया जा सकता है हल्दी मधुमेह स्टोन की प्रॉब्लम   शुक्राणुओं का स्पर्म काउंट को कम कर देता है और सर्जरी  के समय हल्दी का उपयोग कम कर दे चाहिए

 1हल्दी के अत्यधिक सेवन से त्वचा में रूखापन आता है इस वजह से अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए

2 हल्दी से एलर्जी का प्रॉब्लम हो सकता है तो उस कंडीशन में भी इससे बचना जरूरी है

3 लीवर की समस्या होने पर हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए 

4 गर्भवती महिलाओं का हल्दी का सेवन  सोच समझती हुए करना चाहिए क्योंकि हल्दी वाला दूध गर्भाशय को संकुचित करता है

5 अत्यधिक हल्दी का प्रयोग करने से शुगर लेवल गिरने का डर रहता है जो बहुत ही घातक है शरीर के लिए

6 बड़े सर्जरी के समय भी अत्यधिक हल्दी का सेवन से बचना चाहिए



हल्दी कितने प्रकार की होती है?

हल्दी  चार से पांच रंगों में होता है  खाने योग्य हल्दी हमें पीले या नारंगी रंग में उपलब्ध होते हैं जिसकी रासायनिक घटक की मात्रा के हिसाब से इसका  रंग परिवर्तित होता है आमा हल्दी जंगली हल्दी कुल की वनस्पति है जो आयुर्वेद में दवाई के रूप में उपयोग में लाया जाता है कस्तूरी हल्दी का उपयोग सौंदर्य प्रसाधन हेतु अत्यधिक की जाता है कस्तूरी हल्दी का छिलका अदरक के छिलके के समान होता हैTurmeric (हल्दी) रासायनिक घटक    Chemical Constituents  की वजह से हल्दी का प्रकार तय किया जा सकता है





Curcumin हल्दी के जड़ में दो से 5 पर्सेंट तक रहता है जो हल्दी के रंग और उसके  तीखा स्वाद को प्रभावित करता है

अदरक सी दिखने वाली यह हल्दी  को हम कस्तूरी हल्दी बोलते हैं जिसका बाहरी आवरण अदरक की तरह रहता है जो स्किन प्रॉब्लम को दूर करने के लिए बहुत ही अच्छा आयुर्वेद दवाई है

अमिया हल्दी के फायदे दवाई के रूप में आ गया हल्दी का प्रयोग ज्यादातर मात्रा में किया जाता है रासायनिक घटक अमिया हल्दी में प्रचुर मात्रा में होने की वजह से आमी हल्दी के फायदे लगाने से बढ़ जाती है

कब और कैसे लें कच्ची हल्दी ? 

कच्चा हल्दी खाने के फायदे

Skin problem  होने पर कच्ची हल्दी का उपयोग किया जा सकता है बाहरी चोट लगने पर कच्ची हल्दी का उपयोग किया जा सकता है दूध के साथ पाउडर वाली ही हल्दी का उपयोग करना चाहिए कच्ची हल्दी का उपयोग नहीं करना चाहिए अधिक मात्रा में अगर हल्दी का उपयोग करें तो आयुर्वेद डॉक्टर की विशेष चला ले लेना जरूरी होता है

हल्दी में होते हैं ये 5 गुण 

1 भारतीय भोजन के स्वाद को बढ़ाता है

2 चोट लग जाने या फोड़ा फुंसी हो जाने पर हल्दी का पेस्ट लगाने से शारीरिक प्रॉब्लम दूर हो जाती है

3 फंगस को बढ़ने से रोकता है

4 रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है

5 शरीर के अंदरूनी चोट में भी दवाई के रूप में काम में लिया जाता है आयुर्वेद में हल्दी का उपयोग अनेक सदियों से हो रहा है

6 haldi ubtan ke fayde in  use these turmeric face सर्दी में हल्दी उबटन लगाने के हैं ये फायदे, नेचुरल ग्लो पाने के लिये की जाती है



हल्दी की खेती एग्रीकल्चर

 हल्दी की खेती भारत भर में की जा सकती है भारत के पूर्वांचल असम त्रिपुरा मेघालय की हल्दी उच्च क्वालिटी की रहती है यहां की हल्दी का रासायनिक घटक का परसेंटेज ज्यादा होने की वजह से मेडिसिन  उपयोग के लिए बहुत अच्छा रहता है दक्षिण भारत में केरल कर्नाटक आंध्र तमिलनाडु में हल्दी की खेती अच्छे और बड़े तादाद पर होती है कस्तूरी हल्दी साउथ भारत में बहुतायत मात्रा में मिलता है

उत्तर भारत के छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से बिहार राज्यों में भी हल्दी की पैदावार बहुत अच्छी है और अमिया हल्दी जंगली हल्दी का उत्पादन भी इस क्षेत्र में बहुत होता है




हल्दी का उत्पादन में उसका जड़ राइजोम का ही उत्पादन हमें लेना होता है और हल्दी के कंद हर प्रकार की मिट्टी में अच्छा उत्पादन दे देते हैं

हल्दी के कंद हमें अप्रैल मई जून के महीने में भूमि में रोपण कर देना चाहिए आज से 9 महीने उपरांत इसका उत्पादन लिया जा सकता है

 हल्दी के राइजोम 100 kg  मार्केट में आसानी से उपलब्ध रहते हैं जो 3 गुना ज्यादा उत्पादन हमें हल्दी से मिल जाता है

active constituents of turmeric

The main active constituents of turmeric are curcuminoids, with curcumin being the most abundant and studied one. Other curcuminoids include demethoxycurcumin and bisdemethoxycurcumin. These compounds are responsible for many of turmeric's health benefits and its vibrant yellow color.

curcumene is the active ingredient of

Curcumene is not the primary active ingredient of turmeric. The main active constituents of turmeric are the curcuminoids, with curcumin being the most well-known and extensively researched compound in turmeric. Curcumene is a hydrocarbon found in some essential oils and plants, but it is not the primary bioactive compound responsible for turmeric's health benefits.


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