धान की खेती कैसे करें ।मित्र जीवाणु और बैक्टीरिया हमारी खेत के लिए क्यों आवश्यक है।
धान की खेती कैसे करें ।मित्र जीवाणु और बैक्टीरिया हमारी खेत के लिए क्यों आवश्यक है।
नमस्कार सभी मित्रों को धान का बुवाई जून 15 के बाद कहीं-कहीं पर शुरू हो जाएगी दक्षिण भारत में उससे पहले भी शुरू हो जाती है बंगाल असम मणिपुर सिक्किम में 1 जून से शुरू हो जाती है और हमारे उत्तर भारत क्षेत्र में 15 जून से 1 जुलाई तक धान की बुवाई शुरू हो जाती है बुवाई शुरू होने से एक से डेढ़ महीना पहले अप्रैल मई-जून में सभी किसान धान के खाली खेत में गहरी जुताई करके धूप दिखाने के लिए छोड़ देते ताकि घातक खरपतवार का नाश हो सके किंतु गहरी जुताई करने से मित्र जीवाणु और बैक्टीरिया का विनाश हो जाता है जीवाणु और बैक्टीरिया नष्ट होने से कोई भी फसल को मिलने वाले पोषण तत्व फसलों को सही मात्रा में नहीं मिल पाते हैं इसलिए फसल कमजोर होकर घातक शत्रु जीवाणु और बैक्टीरिया के संपर्क में आकर कमजोर और नष्ट हो जाते हैं
खरपतवार को रोकथाम करने के चक्कर में आगे किसान मित्र जीवाणु बैक्टीरिया को भी नष्ट कर रहे हैं ऐसे निरंतर जारी रहने से हमारे खेत पूरी तरह से बंजर और अनूप जाऊं होने की संभावना बढ़ जाती है
किसान भाइयों एक वीडियो धान की खेती कैसे करें जीवाणु और बैक्टीरिया को फिर से हमारे भूमि में कैसे स्थापित करें इससे संबंधित जानकारी इस वीडियो के माध्यम से दी गई है इसे समझे और अपने धान की खेत की तैयारी में इस विधि का उपयोग करें वीडियो अच्छा लगे तो लाइक करें और शेयर करना ना भूले ।
बहुत से किसानों को इससे संबंधित जानकारी होनी आवश्यक है ताकि धान की खेती में बढ़ते हुए लागत को हम कम कर सके किस तरीके से जीवाणु और बैक्टीरिया की मदद से खेती की जा सकती है इससे संबंधित जानकारी को समझने की कोशिश
धन्यवाद
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