कृषि को प्रभावित करने वाले सामाजिक व्यवहार में क्या बदलाव आया है?

 
कृषि को प्रभावित करने वाले सामाजिक व्यवहार में क्या बदलाव आया है?

 भारतीय कृषि अर्थव्यवस्था हमारी पुरानी अर्थव्यवस्था रही है। समाजिक व्यवहार में कृषि कार्यप्रणाली सुनिश्चित रही है। भारत में हर राज्य के कृषि प्रणाली अलग-अलग ऋतु के अनुसार सुनिश्चित करके चलती रही है।
भारत में कृषि कार्य और त्यौहार का आपस में संबंध में रहा है। ग्रीष्मकालीन महीनों में कृषि कार्य की तैयारियां शुरू हो जाती है और मानसून आने के साथ साथ कृषि कार्य अपने अंतिम चरणों में रहता है।
भारतीय कृषि प्रणाली प्राचीनता ऋषि खेती प्राकृतिक खेती पर आधारित रही है। गर्मी के महीनों में खेती किसानी की तैयारी शुरू हो जाती है। जो भारत में नव वर्ष का आगमन के साथ आरंभ होकर कृष्ण जन्माष्टमी कमरछठ और हरेली पर कृषि कार्य का समापन होता है।
इन महीनों में धान की बुवाई अरहर मूंग उड़द की बुवाई को प्रमुखता से पूरे भारत में खेती की जाती है। भारतीय भोजन में दाल चावल ही प्रमुख भोजन है।

वर्तमान कृषि में समाजिक व्यवहार में क्या बदलाव आया।

भारत में ऋतु आधारित से फसल चक्र में अपनाया जाता है। जो हमारे भारतीय त्योहारों के साथ पूजा पाठ के उपरांत खेती शुरू की जाती है और उनका समापन भी पूजा पाठ करते हुए पूर्ण की जाती है।
वर्तमान समय में जलवायु परिवर्तन वायु प्रदूषण जल प्रदूषण जंगल में आग लगने की वजह से ऋतु परिवर्तन को भी प्रभावित कर रहा है। जिस वजह से फसल लगाने के समय अनिश्चित हो चुके हैं। जुलाई के महीने में धान की फसल की बुवाई भारतवर्ष में की जाती है किंतु विगत कुछ वर्षों में मानसून के आगमन में देरी होने के कारण धान की बुवाई का समय परिवर्तित हो चुका है। जिसका प्रभाव अन्य फसलों में भी पड़ रहा है।
भारतीय कृषि संस्कृति में इसका वर्तमान प्रभाव हमारे कृषि क्षेत्र हमारे अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से प्रभावित कर चुके हैं।

वर्तमान कृषि में सामाजिक व्यवहार को परिवर्तित होने से कैसे रोका जाए

वर्तमान कृषि में सामाजिक व्यवहार को परिवर्तित होने से रोकने हेतु हमें जलवायु परिवर्तन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग के कारण ऋतु परिवर्तन में अनिश्चितता आ रही है जो हमें जल जंगल और भूमि की उपजाऊ क्षमता को सुनिश्चित करना होगा बढ़ती गर्मी की वजह से जंगल मे लगने वाली आग पर्यावरण को दूषित कर रहा है।
बढ़ती जनसंख्या की वजह से जल प्रदूषण वायु प्रदूषण बढ़ते चले जा रही है जो हमारे मानसून के आगमन को प्रभावित कर रहा है
भारतीय कृषि संस्कृति वर्तमान समय में हमारे अर्थव्यवस्था को विकास की ओर अग्रसर कर सकते हैं। इसलिए हमें पर्यावरण के प्रति सजग रहना होगा।




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