किसानों के लिए बंपर उत्पादन कैसे वरदान है?How bumper production is boon for farmers?
किसानों के लिए बंपर
उत्पादन कैसे वरदान है?
How bumper
production is boon
for farmers? bumper production
boon or bane
खेती किसानी में किसानों farmers के लिए फसल के बंपर उत्पादन bumper production की लक्ष्य निर्धारित रहती है किसी भी फसल के रोपण करने से कटाई करने तक हर किसान अपने लक्ष्य को निर्धारित कर खेती किसानी की प्रक्रिया को शुरू करता है। और मौसम अनुकूल रहने पर फसल की बंपर उत्पादन हो ही जाती है।
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क्या किसानों के लिए बंपर उत्पादन लाभप्रद होता है? |Is bumper production beneficial for farmers?
खेती किसानी प्रति किसान farmers के लिए बंपर उत्पादन bumper production लाभप्रद हो सकता है उनकी उत्पादन करने की क्षमता से ज्यादा उत्पादन होने से लाभ की संभावना बढ़ जाती है। किंतु मौसम अनुकूल होने के वजह से बंपर उत्पादन bumper production होने पर किसान को लाभ मिलने की संभावना कम हो जाती है क्योंकि औसतन एक फसल की उत्पादन पूरे कृषि क्षेत्र में एक फसल अत्याधिक मात्रा में बाजार में आने से मांग और पूर्ति का नियम अनुसार मूल्य प्रभावित होकर फसल की मूल्य बाजार में कम हो जाती है जिस वजह से किसान को हानि उठानी पड़ती है।
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बंपर उत्पादन में किसानों को लाभ में होने वाली कमी के प्रमुख कारण|Major reasons for decrease in profit in farmers in bumper production
ऐसे मूल्य में कमी एक समय पर हर किसान farmers की एक साथ ही जाने वाली बुवाई की वजह से होती है। और कौन कौन से कारण हो सकते हैं जिस वजह से बंपर उत्पादन bumper production होने पर भी लाभ की संभावना घट जाती है
- एकल खेती किसानी करते रहने की वजह से भारत के किसान अक्सर एक की फसल को प्राथमिकता देते हैं जिस वजह से बंपर उत्पादन bumper production होने पर लाभ घट जाती है परंपरागत रूप से गेहूं धान की फसल में किसानों को रुचि रहती है 3 से 4 महीने की फसल होने की वजह किसान गेहूं धान का उत्पादन करता है किंतु बाजार मूल्य किसान को आज तक इन फसलों से लाभ नहीं मिल पाई सरकार के द्वारा उचित मूल्य में खरीदी होने की वजह से किसान इसकी खेती करना पसंद करता है
- भारतीय किसानों की सबसे बड़ी गलती नकल कर के खेती करना किसी किसान के द्वारा कोई फसल अच्छी मात्रा में होने पर उनका देखा देखी वही फसल किसान अपने खेत में भी बोने लग जाता है इस तरह अत्याधिक मात्रा में किसी क्षेत्र में ऐसे फसल लेने से उस क्षेत्र पर बाजार मूल्य गिरने की संभावना बढ़ जाती है।
- बंपर उत्पादन होने पर कृषि फसल में व्यापारियों द्वारा सत्ता बाजार करने की वजह से बिचौलियों द्वारा मूल्य को कम कर किसानों को लूट ली जाने का डर रहता है।
- बाजार अर्थव्यवस्था का ज्ञान ना होने की वजह से किसानों द्वारा किए गए आकलन के आधार पर फसल लेने पर बंपर उत्पादन होने से किसानों को अत्यधिक नुकसान उठाना पड़ता है।
- फसल के बंपर उत्पादन होने पर भारत में cold storage की संख्या ज्यादा न होने की वजह से फसलों की रखरखाव लंबे समय तक ना करने की वजह से औने पौने दाम पर बेच कर किसान घाटा सहने के लिए मजबूर हो जाता है।
- भारतीय किसानों द्वारा फसल उत्पादन के साथ-साथ उससे संबंधित प्रोडक्ट बनाने का काम ना कर उसे सिर्फ फसल को बाजार में बेचते हैं इस वजह से भी उन्हें पूरा लाभ नहीं मिल पाता है।
- बड़े मंडियों में छोटे किसान अपनी फसल बेचने जाता है ऐसे समय में कम मात्रा होने की वजह से भी बिचौलियों द्वारा ठगी की जाती है।
- एकल कृषि करने की वजह से बंपर उत्पादन के समय किसानों को लाभ नहीं मिल पाता है
- भारत में बहुत से फसल ऐसे हैं बंपर उत्पादन में लाभ भी भरपूर मात्रा में होती है किंतु किसानों के लिए फसल नया होने के वजह से किसान जोखिम लेने से घबराता है।
- किसान अपने खुद की खेत में की जाने वाली कार्य का मूल्यांकन नहीं करता इस वजह से खेती में किये गए कार्य का सही लागत नहीं निकालता है।
उपरोक्त कारणों की वजह से बंपर उत्पादन bumper production होने के बावजूद भी फसल का पूर्ण समर्थन मूल्य नहीं मिल पाता जिस वजह से किसान को अक्सर हानि उठानी पड़ती है और किसान अपना लगाई हुई लागत भी नहीं निकाल पाता
किसानों के लिए बंपर उत्पादन कैसे वरदान साबित हो सकता है और भरपूर मुनाफा कमाया जा सकता है।How bumper production can prove to be a boon for the farmers and profit can be made.
किसानों के बंपर उत्पादन bumper production पर भरपूर लाभ कमाया जा सकता है और यह किसान के लिए वरदान भी साबित हो सकता है।
आज के समय में कृषि कार्य पूरी तरह से औद्योगिक नीति निर्धारण की तरह की जाने वाली कार्य हो चुकी है जिस तरह कंपनियां अपने माल का उत्पादन औद्योगिक नीति निर्धारण के अनुसार ही करते हैं। ताकि भरपूर उत्पादन कर अतिरिक्त मुनाफा कमाए जा सके इसी तरह हमें भी खेती किसानी में मांग पूर्ति का अनुसरण करते हुए फसल का उत्पादन करना चाहिए ताकि bumper production उत्पादन लेकर भरपूर मुनाफा कमाया जा सके।
- मिश्रित खेती को अपनाकर हर फसल में बंपर उत्पादन bumper production कर भरपूर मुनाफा कमाया जा सकता है।
- फसलों की मांग के हिसाब से फसल का बंपर उत्पादन bumper production कर के अच्छी लाभ अर्जित की जा सकती है। कृषि अर्थव्यवस्था अच्छी हो सकती है।
- ग्राम स्तर पर कोल्ड स्टोरेज की संख्या बढ़ाकर ऐसे फसल का उत्पादन करनी चाहिए जिसे हम लंबे समय तक रख भविष्य में सही मूल्य होने पर बेच के लाभ कमा सके। इस तरह कृषि तंत्र बनाया जा सकता है
- व्यापार जगत में फसलों के बढ़ते उतार-चढ़ाव मूल्य पर किसान की भी नजर होनी चाहिए इस तरह हम अच्छा लाभ अपने फसल से अर्जित कर सकते हैं।
- फसल उत्पादन के साथ-साथ फसल से संबंधित प्रोडक्ट बनाकर भी बाजार में बेचकर अच्छा लाभ अर्जित की जा सकती है।
- छोटे किसान अपनी फसल का उत्पादन उतना ले जितना हम मंडी में आसानी से भेज सकें या उन्हें अपने व्यक्तिगत ग्राहकों को बेच कर भी मुनाफा कमा सकते हैं।
- खेती किसानी में जितना हो सके लागत को कम करने का उपाय करना चाहिए भारतीय पद्धति से खेती करने से लागत अत्यधिक की कम हो जाती है।
- खेती किसानी में जोखिम लेते हुए अन्य फसल को भी अपने कृषि कार्य में शामिल करना चाहिए ताकि हमें ज्ञात हो सके कि हम इस कार्य में सफल हो सकते हैं। कि नहीं इस तरह की खेती से लाभ मिलने की संभावना अक्सर बढ़ जाती है। कृषि विपणन सही हो सकती है।
खेती किसानी आज एक विज्ञान है और कृषि तंत्र कृषि अर्थव्यवस्था पर आधारित खेती करने पर फसलों के बंपर उत्पादन bumper production आने पर भी भरपूर मुनाफा कमाया जा सकता है कृषि एक व्यवसाय के रूप में आज हमें अपनाना जरूरी हो चुका है ताकि हमारे जीवन स्तर और वार्षिक आय में वृद्धि हो सके।
किसानों के लिए बंपर उत्पादन उनके लिए एक वरदान होता है क्योंकि इससे कई तरह के लाभ होते हैं। यहां कुछ मुख्य कारण दिए गए हैं:
1. आर्थिक सुविधा: बंपर उत्पादन के कारण, किसानों को अधिक मात्रा में उत्पाद उपलब्ध होता है, जिससे उन्हें बेहतर दर पर अपने उत्पादों को बेचने का मौका मिलता है। इससे उनकी आमदनी बढ़ती है और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
2. खाद्य सुरक्षा: अधिक उत्पादन के कारण, खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद मिलती है। अधिक उत्पादन के साथ, देश को आवश्यक खाद्य आइटमों की आपूर्ति बनाए रखने में आसानी होती है और खाद्य सुरक्षा का स्तर बढ़ता है।
3. किसानों की क्षेत्रीय समृद्धि: बंपर उत्पादन से किसानों को अधिक मुनाफा मिलता है जिससे उनकी क्षेत्रीय समृद्धि को बढ़ाया जा सकता है। इससे उनके सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार होता है और उन्हें अधिक विकास की दिशा में प्रेरित किया जा सकता है।
4. ग्रामीण रोजगार: अधिक उत्पादन के कारण ज्यादा लोगों को रोजगार का मौका मिलता है, जैसे की कटाई के समय ज्यादा मजदूरों की आवश्यकता होती है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ते हैं और लोग अपने गांव को छोड़कर शहरों में नौकरी की तलाश नहीं करने के लिए प्रोत्साहित किए जाते हैं।
5. उचित मूल्य: बंपर उत्पादन के कारण उत्पादों की कीमत कम होती है, जिससे ग्राहकों को उचित मूल्य पर उत्पाद मिलता है। इससे आम लोगों की खरीदारी की शक्ति मजबूत होती है और वे बेहतर जीवन जी सकते हैं।
6. समर्थन की सुविधा: किसानों के लिए अधिक उत्पादन के समय सरकार और संबंधित संगठनें उन्हें विभिन्न तरीकों से समर्थन प्रदान करती हैं। इससे उन्हें उनके उत्पादन को बेहतर ढंग से बेचने और बढ़ाने में मदद मिलती है।
इसलिए, बंपर उत्पादन किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण वरदान होता है जो उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति को सुधारता है और उन्हें समृद्धि और सम्मान की दिशा में प्रेरित करता है।
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