खस घास के द्वारा नदियों झीलों का दूषित जल को जल शोधन करना।water purification 2021

 खस घास के द्वारा नदियों झीलों का दूषित जल को जल शोधन करना।Water treatment of contaminated waters of rivers and lakes through vetiver grass.





विश्व भर में जल प्रदूषण water pollution के प्रमुख कारण नदी नालों का प्रदूषण  हो जाना है नदियों और झील में हजारों लाखों हेक्टर खेती की मिट्टी बारिश के महीनों में वह के नदी नालों को भरते चली जा रही है। साथ ही कमजोर तटबंध होने के वजह से बड़े नदी झील में भूस्खलन होकर जल प्रदूषित water pollution होते चले जा रहा है






आधुनिक दौर में बड़े-बड़े फैक्ट्रियों का दूषित जल नदी नालों में प्रवाहित कर दी जाती है साथ ही साथ शहरी क्षेत्र का सीवेज पानी भी लगे हुए नदियों में प्रवाहित कर दी जाती है इस वजह से जल पूरी तरह से दूषित होते चले गई

खस घास की विशेषता 



 इनकी जड़ें पानी को पूरी तरह से जल् शोधन water purification करती है इनकी जड़ें डेढ़ फीट से 5 ,6 फिट तक गहरी चले जाने की वजह से भूमि की विषैला पदार्थ को अवशोषित कर लेती है और पूरी तरह से जल का शोधन करती है खस घास से कैसे हमें जल का शोधन water treatment करना है किस तरह से इसे नदी नालों में रोपण करना है ताकि जल का शोधन water purification हो सके।

खस घास को किस तरह प्रदूषित जल को जल शोधन हेतु उपयोग में लाएं।How to use contaminated vetiver water for water purification.









खस घास किसी भी प्रकार की भूमि में आसानी से लग जाने वाली घास है खासकर नदी नालों के किनारों में बहुत अच्छी से फसल लिया जा सकता है खस की जड़े ऑयल बनाने हेतु अन्य आयुर्वेद दवाओं में उपयोग में ली जाती है। खस घास निम्न तरीके से नदियों के तटबंध और water purification जल शोधन water treatment के लिए उपयोग में लाया जा सकता है
  1. नदियों नालों के तट मेड को व्यवस्थित तरीके से तैयार कर दी जाए तैयार तटबंध पर खस घास का स्लीप का रोपण करना होगा।
  2. नदियों के आसपास लगे हुए खाली भूभाग पर खस घास का स्लिप का रोपण करना होगा ताकि जल प्रवेश होने पर जल के साथ-साथ मिट्टी का प्रवेश ना हो पाए।
  3. शहरी सीवेज का पानी जल शोधन संयंत्र के आसपास बड़ी मात्रा में खस का स्लिप रोपण कर बड़ी हद तक जल दूषित water pollution होने से रोका जा है।
  4. बड़े-बड़े औद्योगिक फैक्ट्रियों के  जल प्रदूषण को शोधन करने हेतु फैक्ट्री परिषद पर बड़ी मात्रा में खस घास की मदद से जल शोधन कर शुद्ध जल water purification का नदी में प्रवाहित कर देने से जहरीले रासायनिक  का जल शोधन water treatment किया जा सकता है।
  5. बड़े औद्योगिक संस्थान स्कूल परिसर कॉलेज संस्थान इस तरह के बड़े संस्थान जिस पर 100 से 1000 कर्मचारी कार्यरत रहते हैं सारे संस्थान पर संस्था जल प्रदूषण के दूषित जल शोधन water treatment हेतु खस घास की मदद से जल शोधन water treatment स्थापित का water purification शुद्ध जल नदी में प्रवाहित करें।

प्राकृतिक तरीके से खस घास का उपयोग कर जल शोधन की विधि को अपनाना।Adopt a method of water purification using vetiver grass in a natural way.









विश्व भर की जल प्रदूषण water pollution की वजह से मानव सभ्यता में घातक संक्रमण का प्रकोप बढ़ते चले जा रहा है आने वाली सदी में हम जल प्रदूषण water pollution को कंट्रोल ना कर पाए तो पूरे विश्व जल संकट की वजह से बुरी तरीके से प्रभावित हो सकती है
खस घास प्राकृतिक तरीके से संसार की बड़ी नदी नालो झील की  जल प्रदूषण water pollution घातक संक्रमण को जल शोधन कर शुद्ध जल में परिवर्तित कर सकता है इस विधि में किसी भी प्रकार के औद्योगिक टेक्नॉलॉजी लगाने की जरूरत नहीं पूरी तरह से प्राकृतिक तरीके से जल शुद्धीकरण water purification वाटर प्यूरीफायर कर नदी झील के जल को पीने योग्य ,जल उपयोग में लाने योग्य तैयार कर सकता है हमें पूरी तरह से प्राकृतिक तौर पर खस घास की उपयोगिता को समझते हुए उपयोग में लाने होंगे।



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