प्राकृतिक खेती जल प्रदूषण का समाधान है। जल प्रदूषण हिंदी में जानकारी।Natural farming is the solution to water pollution.Water pollution in Hindi।

 Natural farming is the solution to water pollution.Water pollution in Hindi।प्राकृतिक खेती जल प्रदूषण का समाधान है। जल प्रदूषण हिंदी में जानकारी।




जल प्रदूषण Water pollution आज के दौर में बहुत बड़ी समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है विश्व में कुल जल का 1% ही पीने योग्य जल विद्यमान है यह 1% जल भी पूरी जनसंख्या की सारी जरूरतें और प्रकृति से संबंधित जितने भी जल संबंधित कार्य है सारे कार्य हेतु जल पर्याप्त मात्रा में विद्यमान है किंतु जनसंख्या के बढ़ते क्रम की वजह से अंधाधुन आधुनिकरण के वजह से जल प्रदूषण Water pollution बढ़ते ही चला जा रहा है।






 हमारी आवश्यकता  संबंधित जल की पूर्ति हर देश के बड़े नदियों के द्वारा वर्षा ऋतु में संग्रह प्राकृतिक रूप से होती चली आ रही है यह एक निरंतर प्राकृतिक रूप से चलने वाली एक प्रक्रिया है इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार से छेड़छाड़ होने से जल प्रदूषण की संभावनाएं बढ़ जाती है

जल प्रदूषण ,शुद्ध जल की कमी के प्रमुख कारण। Water pollution, the main reason for the lack of pure water.




  1. विश्व भर में हजारों लाखों हेक्टेयर भूमि में खेती जोताई के माध्यम से की जाती है गहरी जुताई की जाने के कारण वर्षा ऋतु में खेत की मिट्टी वह के नदी नालों में प्रवाहित हो जाते हैं जो नदी नालों की रास्तों को अवरुद्ध कर बाढ़ के रूप में वह के समुद्र में चले जाती है इस तरह हमें मिलने वाली शुद्ध जल समुद्र में चले जाने की वजह से शुद्ध जल की कमी पृथ्वी में कम पड़ते चले जा रही है और जल प्रदूषण Water pollution बढ़ते ही चले जा रहा है
  2. विश्व भर में औद्योगिकरण के वजह से बड़े-बड़े फैक्ट्रियों में जल की जरूरत प्रमुख रूप से उपयोग में ली जाती है बड़े-बड़े फैक्ट्रियों की जल की आपूर्ति बांध बनाके की जाती है जिस वजह से प्राकृतिक रूप से विद्यमान नदियों का विलुप्त होते चले जाना की वजह से जल संकट बढ़ते चले जा रही है । और जल प्रदूषण Water pollution बढ़ते ही चले जा रहा है
  3. विश्व भर में जंगल की अंधाधुंध कटाई की जाने की वजह से पेड़ पौधे पूरी तरह से विलुप्त होते चले जा रहे हैं और पर्यावरण पूरी तरह से दूषित होने के कारण वर्षा ऋतु में वर्षा की कमी होते चले जा रही है जिस वजह से शुद्ध जल का संकट बढ़ते ही चले जा रहा है।
  4. शहरीकरण के बढ़ते दौर में भूमिगत जल का दोहन बड़ी मात्रा में की जा रही है इस हेतु ढाई सौ से 500 फीट तक की बोरवेल का खनन  अंधाधुन तरीके से बढ़ते ही चले जा रहे हैं यह एक बहुत बड़ा कारण है जल संकट का । अत्याधिक मात्रा में भूमिगत जल का दोहन करने से भूमिगत जल संरचना पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है और जल प्रदूषण Water pollution बढ़ते ही चले जा रहा है
  5. खेती किसानी के दौरान विश्व भर में अत्याधिक मात्रा में दूषित रासायनिक और कीटनाशक पदार्थ का उपयोग की जा रही है जो हमारे भूमि और जल में मिश्रित हो के जल और  भूमि को पूरी तरह से प्रदूषित  pollution कर चुका है।
  6. आधुनिक दौर पर प्लास्टिक पदार्थ की बढ़ोतरी होने की वजह से,  प्लास्टिक की बनी वस्तुएं की रीसाइक्लिंग ना होने की कारण नदी नालों में प्रवाहित कर दी जाती है प्लास्टिक नदी नालों को पूरी तरह से प्रदूषित कर चुकी है जिस वजह से जल संकट बढ़ती ही चले जा रहा है।
  7. रेडियोधर्मी पदार्थ परमाणु कचरा इलेक्ट्रॉनिक कचड़ा आदि भी जल प्रदूषण Water pollution के बहुत बड़े कारण है इस वजह से इंसानों में घातक बीमारी संक्रमण बढ़ते चले जा रहा है।
  8. शहरी क्षेत्र में अंधाधुन खाद्य पदार्थ के अवशिष्ट आसपास के नदी नालों में प्रवाहित कर देते हैं यह भी एक बहुत बड़ा कारण है जल प्रदूषण Water pollution का, इस वजह से शहरी क्षेत्र के बड़े नदी पूरी तरह से दूषित हो चुके हैं।





Water pollution विश्व भर में एक बहुत बड़ी संकट को इंगित कर रहा है जल ही जीवन है जल ही दूषित रहा तो विश्व भर में घातक संक्रमण का प्रकोप बढ़ता ही चला जाएगा हाल ही के वर्षों में कोरोना वायरस की वजह से पूरे विश्व मानव सभ्यता पर घातक असर होते जा रहा है काफी हद तक जल प्रदूषण Water pollution इसकी प्रमुख वजह हो सकती है


जल प्रदूषण प्राकृतिक खेती द्वारा कैसे कम की जा सकती है।How can water pollution be reduced by natural farming




प्राकृतिक खेती नेचुरल फार्मिंग natural farming द्वारा जल प्रदूषण Water pollution को काफी हद तक कम की जा सकती है विश्व भर में प्रमुख नदियों का जल पूरी तरह से दूषित हो चुकी है जल प्रदूषण को कम करने का उपाय natural farming द्वारा की जा सकती है कैसे हम नेचुरल फार्मिंग natural farming के द्वारा जल प्रदूषण Water pollution को दूर करें इससे संबंधित कुछ निम्न बिंदु रेखा की गई ह

  1. बाढ़ के अधिकतम को रोकने हेतु ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पेड़ पौधे लगाने हैं जिसके लगाने भरते से भूमि कटाव भूस्खलन को काफी हद तक रोका जा सकता है और नदी नालों में मिट्टी की भराव की समस्या को खत्म जा सकती है। इस तरह की उपाय करने से जल प्रदूषण Water pollution काफी हद तक रोका जा सकता है
  2. बड़े नदी नालो झील में प्रदूषण रोकने हेतु कारगर उपाय खस घास को नदियों बड़े तालाबों के तट में रोपण की जाने से जल प्रदूषण Water pollution को पूरी तरह से रोका जा सकता है खस की जड़ जल शोधन का काम करती है
  3. हजारों लाखों हेक्टर भूमि जो नदी तालाब बड़े झील से लगे हुए क्षेत्र में गहरी जुताई की खेती को प्रतिबंधित कर नेचुरल फार्मिंग विधि natural farming के द्वारा  बिना जुताई की खेती को प्रोत्साहन करना इस तरह हम बड़े नदी नालों झील को जल प्रदूषण Water pollution से रोका जा सकता है
  4. Natural farming जंगली खेती में कीटनाशक रासायनिक पदार्थ का उपयोग नहीं की जाती इस तरह हम हजारों लाखों हेक्टर भूमि में नेचुरल फार्मिंग natural farming कर घातक रासायनिक कीटनाशक को प्रतिबंधित कर जल प्रदूषण Water pollution को कम कर सकते हैं
  5. प्राकृतिक खेती natural farming में अत्याधिक मात्रा में जल संग्रह कर खेती करने की आवश्यकता नहीं पड़ती पूरी तरह से प्रकृति खेती होने की वजह से भूमिगत जल स्रोत का उपयोग ना होने से पूरी तरह से बोरवेल खनन को प्रतिबंधित कर खेती की जा सकती है इस तरह भूमिगत जल स्रोत को प्रदूषित होने से बचाया जा सकता है
  6. नेचुरल फार्मिंग natural farming बिना जुताई की खेती होने की वजह से भूमिगत जल स्रोत की आवश्यकता कम पड़ती है और भूमि मंचिंग की जाने की वजह से जल का वाष्पीकरण को रोका जा सकता है इस तरह जल प्रदूषण Water pollution को काफी हद तक कंट्रोल की जा सकती है
  7. खस की घास भूमि मन्चिंग करने का अच्छा स्रोत है खास घास vetiver पूरी तरह से जल प्रदूषण को रोकता है खेत के भूस्खलन मिट्टी कटाव को रोकना, रसायनिक कीटनाशक द्वारा भूमि बंजर हो चुकी जमीन को फिर से खेती करने योग्य तैयार करना आदि खस घास vetiver की विशेषता है इस तरह खस घास के द्वारा बहुत बड़े क्षेत्र में जल प्रदूषण Water pollution को रोका जा सकता है

 प्राकृतिक खेती से जल प्रदूषण को रोका जा सकता है।Natural farming can prevent water pollution


Natural farming जंगली खेती जल प्रदूषण Water pollution को रोकने हेतु कारगर उपाय सिद्ध होता है विश्व भर के बड़े नदी नालों झील आज के समय में संकुचित हो के विलुप्त होने के कगार पर पहुंच गए हैं अत्याधुनिक खेती करने के वजह से बड़े झील नदी नालों का जल पूरी तरह से दूषित हो चुका है जो हमारे दैनिक जीवन में दूषित जल की कारण पूरी तरह के संक्रमण काल की जीवन जीने के लिए मजबूर हो चुके हैं





विश्व पर्यावरण जल प्रदूषण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण उपाय natural farming हैं। हमें पूरी तरह से वातावरण को आने वाले समय में शुद्ध करते हुए ग्लोबल वार्मिंग को रोकना है नेचुरल फार्मिंग ग्लोबल वार्मिंग विश्व पर्यावरण जल प्रदूषण को रोकने हेतु सहायक सिद्ध हो सकता है जितना हो सके नेचुरल फार्मिंग का प्रचार प्रसार आज के परिस्थिति के अनुसार शुरू कर देनी चाहिए जन जागरूकता अभियान द्वारा ही विश्व पर्यावरण जल प्रदूषण Water pollution को रोका जा सकता है


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