टैपिओका, कसावा कंदमूल की खेती in hindi
टैपिओका, कसावा कंदमूल की खेती
मद्रासी कांदा, कपा, टैपिओका, कसावा की खेती से कमाई जा सकती है इस तरह की खेती कर केरल के किसान मालामाल होते चले जा रहे हैं, कपा की खेती कैसे करें।
कसावा |
केरल में कप्पा को सवेरे के नाश्ते के रूप में उपयोग में ली जाती है। छोटी मिर्ची की चटनी के साथ कप्पा ,कसावा का नाश्ता किया जाता है टैपिओका, कसावा की खेती से कमाई जा सकती है इस तरह की खेती कर केरल के किसान मालामाल होते चले जा रहे हैं।(Tapioca in hindi)
कप्पा ,टैपिओका कसावा Tapioca की खेती कैसे करें।
How to cultivate Kappa, Tapioca (Tapioca in hindi)
टैपिओका Tapioca कसावाएक कंदमूल वर्गी फसल है दक्षिण भारत से उत्तर भारत बस्तर क्षेत्र में टैपिओका की खेती की जाती है बस्तर क्षेत्र में टैपिओका कसावा Tapioca की खेती जंगली विधि से की जाती है किसान इन्हें अपने खेत के मेड़ में लगाकर छोड़ देते हैं 7 से 8 महीने की फसल होने पर घर की जरूरत होने पर खुदाई कर कर निकाल ली जाती है बाजार में इनका मूल्य एक किलोग्राम ₹60 से ₹100 के बीच रहता है।
- टैपिओका Tapioca कसावा कंदमूल वर्गीय फसल है सही देख रहे हो पर 5 किलो से 10 किलो तक उत्पादन ली जा सकती है
- टैपिओका Tapioca कसावा को कलम से पौध तैयार की जाती है इस वजह से बीज की लागत नहीं लगानी पड़ती।
- टैपिओका Tapioca कसावा लगाने हेतु भूमि की मिट्टी को ऊपर की ओर चढ़ा के मेड बना दी जाती है ताकि कंद का विकास हो और जल निकासी आसानी से हो सके
- तैयार मेड में गोबर की खाद और राख मिला दी जाती है।
- कलम लगाने का समय मार्च अप्रैल का महीना उत्तम रहता है क्योंकि मानसून आने के बाद पौधे का विकास बहुत तेजी के साथ होने लग जाता है
- पौधे लगने के उपरांत सिर्फ दो शाखा ही रखी जाती है अन्य शाखा काट दी जाती है
- बारिश के दौरान गोबर खाद डालकर मिट्टी को थोड़ा से और चढ़ा देनी चाहिए।
- अत्यधिक मात्रा में खरपतवार रहने पर खरपतवार की निंदा ही कर वहीं पर मन्चिंग कर दी जाए।
- 7 से 8 महीने की फसल है फसल की ज्यादा देखरेख की आवश्यकता नहीं पड़ती
- फसल से सर्वाधिक नुकसान जंगली सूअरों से हो सकती है इस क्षेत्र विशेष सावधानी रखनी चाहिए
अक्टूबर-नवंबर के महीनों में पूरी तरह तैयार हो चुकी रहती है टैपिओका Tapioca कसावा के पत्ते झड़ने शुरू हो चुके रहते हैं उस दौरान टैपिओका कसावा Tapioca के खुदाई कर निकाल उपयोग में लिया जा सकता है
टैपिओका Tapioca कसावा लगाने की प्रति एकड़ लागत।Tapioca per acre cost
टैपिओका Tapioca कलम से लगाने की वजह कलम की लागत नहीं लगती है क्योंकि आसपास के किसान से पौधे के कलम लिए जा सकते हैं खेत में परमानेंट बेड बनाने से एक ही बार लागत आएगी जंगली खेती नेचुरल फार्मिंग में भूमि की जुताई नहीं करनी है इस वजह से एक बार बेड बनाने पर सालों साल बेड का उपयोग किया जा सकता है। सहफसली हल्दी की बुवाई कर अतिरिक्त आमदनी कमाई जा सकती है
टैपिओका कसावा की
खेती के प्रति एकड़ लाभ । Acre Benefits of
Tapioca
कसावा |
1 एकड़ में 43560 वर्ग फीट होते हैं पौधे से पौधे की बीच की दूरी 2 फीट रखी जाए तो औसतन 15000 पौधे टैपिओका के लगाए जा सकते हैं हर पौधे से 5 से 10 किलो तक की पैदावार ली जा सकती है इस तरह 15000 पौधे लगाने पर 75 टन से डेढ़ सौ tan तक का उत्पादन ली जा सकती है औसतन ₹40 प्रति किलो बिक्री रेट होने पर भी अच्छा खास लाभ टैपिओका की खेती से कमाई जा सकती है इस तरह की खेती कर केरल के किसान मालामाल होते चले जा रहे हैं
टेपियोका की खेती और हार्वेस्टिंग
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