फसलों के अवशिष्ट से खेती कैसे करें। How to cultivate from residual crops
फसलों के अवशिष्ट से खेती कैसे करें।
How to cultivate from
residual crops
सूखे पत्ते |
हमारे देश india में ग्रीष्मकालीन महीनों में पतझड़ शुरू हो चुकी रहती है पेड़ पौधे के पत्ते स्वता ही झाड़कर जमीन में गिरते चले जाते हैं। भारत के जितने भी बड़े वृक्ष रहते हैं उनके पत्ते पतझड़ में झाड़ के जमीन में मिल चुके रहते हैं अत्यधिक गर्मी होने की वजह से यह प्रक्रिया पेड़ पौधे में होती है और पेड़ पौधे सूक्त अवस्था में चले जाते हैं ताकि गर्मी में पानी की कमी होने की वजह से यह प्रक्रिया होती है हमें इस अवशिष्ट पेड़ के पत्तों सूखे पत्तों अन्य फसल के अवशिष्ट पदार्थों को ही संग्रहित कर उसमें अपनी रूचि के अनुसार पेड़ पौधे रोपित कर सकते हैं और फसलों के अवशेष से खेती मन्चिंग से की जा सकती है
पेड़ पत्तों के और फसल के अवशिष्ट पदार्थ में कैसे पौधारोपण करें। How to plant trees, leaves and crop waste material
टैपिओका |
- पतझड़ शुरू होते ही सर्वप्रथम हमें रोज सूखे पत्ते का संग्रहण करना शुरु कर देनी चाहिए
- सूखे पत्तों को एक जगह संग्रहित कर उसे हल्की-हल्की पानी से उन्हें नमी प्रदान करते रहे।
- संग्रहित पत्तों के ऊपर हल्के हल्के मिट्टी से एक से डेढ़ इंच हल्की छिड़काव कर दें।
- एक से डेढ़ इंची मिट्टी के ऊपर हल्की-हल्की गोबर खाद का छिड़काव कर दे।
- मार्केट में सीमेंट की खाली बोरी या कोई भी प्लास्टिक की बोरी (poly grow bag )जिसमें हम पौधा लगा सकते हैं सील के तैयार कर सकते हैं।
- संग्रहीत सूखे पत्ते मिट्टी और खाद के मिश्रण को आपस में मिश्रित कर उसे प्लास्टिक के बोरी poly grow bag में भरते हुए बहुत सारी बोरी तैयार कर ले।
- तैयार poly grow bag में हम किसी भी प्रकार के छोटे या बड़े किस्म के पौधे का रोपण कर सकते हैं।
- इस तरह poly grow bag में हमें कंदमूल वर्गीय फसल लेने से उत्पादन बहुत ही अच्छा मिलता है।
सूखे पत्ते और अवशिष्ट पदार्थ को पॉली ग्रो बैग में पौधे लगाने के फायदे।Benefits of planting dried leaves and residual material in poly grow bags
Poly grow bag |
सूखे पत्ते अवशिष्ट पदार्थ को पॉलीबैग में लगाने से सर्वप्रथम फायदे यह है कि सूखे पत्ते अवशिष्ट पदार्थ का पूरा का पूरा उपयोग में लिया जा रहा है सूखे पत्ते अवशिष्ट पदार्थ एक जैविक कार्बन के रूप में भूमि में तैयार होते हैं जो हमारे भूमि को उपजाऊ करते हैं
देश में फसल उगाने के उपरांत जो भी अवशिष्ट पदार्थ रह जाते हैं उसे अनावश्यक रूप से जलाकर नष्ट कर दिया जाता है जिसकी वजह से देश का पॉल्यूशन बढ़ते ही जा रहा है इसे भी हम ग्रो बैग्स पद्धति से दूर कर सकते हैं। साथ ही अच्छी फसल ली जा सकती है और जमीन की उपजाऊ क्षमता को बढ़ाया जा सकता है
जंगली खेती नेचुरल फार्मिंग में फसल के अवशेष पदार्थ को भूमि में ही छोड़ दिया जाता है जो भूमि में पूरी तरह से जैविक प्रक्रिया द्वारा जैविक उत्पादन क्षमता उसकी बढ़ते ही चले जाती है और हम अपने खेत में अच्छी फसल लेते ही कहते हैं। इस तरह फसलों के अवशिष्ट पदार्थ से खेती की जा सकती है।
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