jangliekheti Mein food forest agriculture | जंगली खेती में फूड फॉरेस्ट 2021
jangliekheti Mein food forest agriculture| जंगली खेती में फूड फॉरेस्ट एग्रीकल्चर 2021
जंगली खेती पद्धति forest farming definition
में अगर हम खेती करते हैं food forest मॉडल को हम अपने खेत में लागू कर सकते सकते हैं इस पद्धति में हम अपने खेत में मध्यम और बड़े पेड़ का रोपण कर सकते हैं 1 एकड़ में औसतन 500 से 1000 पेड़ तक लगाया जा सकता है जिसमें मध्यम ऊंचाई के और बड़े पेड़ को मिलाकर लगाना होता है शुरुआत के 2 से 3 साल का मेहनत अगर कोई भी किसान इस पद्धति पर करें तो अच्छा खासा फल धारक पेड़ का का उद्यान खड़ा कर सकता है वन क्षेत्र जंगल में जैसे पेड़ स्वता से ही अपने आप लगने और बड़े होने लग जाते हैं उसी तरह से हमें अपने खेत में बागवानी का विकास करना होता है
हल्दी का परिचय और उसका वर्गीकरण
कैसे food forest की शुरुआत करनी है
what is forest in agriculture
जंगली खेती में food forest की शुरुआत करते समय कुछ सावधानी हमें रखनी होगी हमारे खेत बंजर है समतल है और किस परिस्थिति में है कि बारिश का पानी खेत में रुक ना पाएं निकासी होनी चाहिए
सर्वप्रथम हमारे खेत में पानी निकासी की व्यवस्था उत्तम कर लिया जाए ताकि पेड़ लगाने के उपरांत पौधे की जड़ को पानी की वजह से क्षति ना पहुंच पाए हम कितने एकड़ क्षेत्र में फूड फॉरेस्ट लगाना चाहते हैं उसे चिन्हित कर बड़े पेड़ के लिए और मध्यम पेड़ के लिए गड्ढे गर्मी के महीने में तैयार कर लेना चाहिए
फल उद्यान फूड फॉरेस्ट का उद्देश्यforest farming definition
खेती किसानी में आज के समय पर मजदूर मिल पाना बहुत मुश्किल काम हो गया है खेती किसानी में मजदूरी की लागत अत्याधिक होने की वजह से खेती किसानी में लाभ नहीं निकल पाती है जिस वजह से हमारे खेत खाली और बंजर होते चले जा रहे हैं जिसमें किसी प्रकार की उपज ना ले पाने की वजह से हमें भारी हानि उठानी पड़ रही है food forest gardening करने से हमें एक बार किसी भी मध्यम और बड़े पेड़ को स्थाई रूप से रोपण कर देना होता है जो आने वाले 2 से 5 साल में पूरी तरह से फूड फॉरेस्ट गार्डन में तब्दील हो जाती है और किसानों को इससे लाभ मिल पाता है
फूड फॉरेस्ट गार्डन बनाने में कितने समय लग जाता है
किसी भी तरह के जमीन भूखंड में खेती शुरू किया जा सकता है फूड फॉरेस्ट गार्डन लाने में लगने वाले समय हमारे कर्म पर निर्भर करता है पर्माकल्चर फार्म जंगली खेती मैं हमें ग्रीष्मकालीन महीनों में इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए 1 एकड़ के हिसाब से कम से कम 500 से हजार पौधे तक का रोपण हम हर साल कर सकते हैं इस तरह से हमें 2 से 3 साल तक जीवित पौधे की देखरेख करनी है और मृत पौधे में फिर से पौधे का रोपण करना है यह प्रक्रिया हमें 2 से 5 साल तक जारी रखना है और हमारे खेत पूरी तरह से पर्माकल्चर फॉर्म फॉरेस्ट में तब्दील हो जाएगी
बागवानी उद्यान का डिजाइन । forest agriculture food
सर्वप्रथम फूड फॉरेस्ट बनाते समय हमें पूर्व से पश्चिम की तरह मुंह रखते हुए बनाना चाहिए ताकि सूर्य की किरण हमारे पेड़ और भूमि में बराबर बराबर मात्रा में मिल सके सूर्य की किरण पेड़ और भूमि में बराबर मात्रा में मिलने से कृषि भूमि सक्रिय और उपजाऊ बढ़ते चले जाए
कृषि कार्य हेतु आने जाने का रास्ता बहुत ही जरूरी है ताकि हमारे कृषि कार्य में किसी भी प्रकार का व्यवधान उपस्थित ना रहे
भारत में फूड फॉरेस्ट की संभावना और आवश्यकता food forests regenerative agriculture
भारत में फल का बाजार अगर देखते हैं तो बाजार में फल का बाजार रेट बहुत ही अच्छा है बाजार में फलों का रेट सब्जी की रेट के तुलना में बहुत ही ज्यादा है और सीजनेबल फल बाजार का भी भारत में चलन है त्योहारों के महीनों में फल के ग्राहक बहुत ही ज्यादा होने की वजह से फलों का रेट आसमान छू जाता है भारतीय मंदिरों में फल देवी देवताओं मे अर्पण किए जाता है जिस वजह से इस की अपार संभावना बनी रहती है फलों की लगाने की लागत से के मुकाबले उसका रेट ज्यादा होने की वजह से भरपूर मुनाफा किसानों को मिल सकता है फलों का बाजार बहुत बड़ी संभावना लिए हुए खड़ा है इस वजह से फूड फॉरेस्ट की संभावनाएं अपार है
एक स्थाई पूंजी है फूड फॉरेस्ट गार्डनिंग
जंगली खेती में फूड फॉरेस्ट
जंगली फल
किसकी खेती करें
किसी जंगल में
मूंगफली में कौन सी खाद डालें
मूंगफली में कौन सा खाद डालें
कौन सी खेती में सबसे ज्यादा फायदा है
मूंग की खेती में कौन सा खाद डालें
कौन सी फसल
कौन सा खाद डालें
कौन सी खेती करें
मूंगफली में कौन सा खाद डालना चाहिए
जंगली लोग क्या क्या खाते हैं
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