नेचुरल फार्मिंग में लौकी की खेती कैसे करे ?।।How to cultivate gourd in natural farming?

 


नेचुरल फार्मिंग में लौकी की

 खेती कैसे करे ? 2022।।

How to cultivate

 gourd in natural

 farming?2022



लौकी की खेती कैसे करे ?



जंगली खेती में एक लोकप्रिय सब्जी लौकी को भी लिए जा सकता है लौकी के पौधों को प्रारंभिक समय मे देख रेख की जरूरत है जहर मुक्त होने पर लौकी का सही स्वाद मिल पाता है। और मुनाफा अच्छा होता है परंपरागत खेती की पद्धति से की जा सकती है, भरकर जल निकासी की व्यवस्था के लिए भूमि की ढाल नहीं होनी चाहिए और 2 से 3 साल तक प्राकृतिक खेती की हुई जमीन की जल निकासी की व्यवस्था प्राकृतिक रूप से बन जाती है



विशाल बेल वाली लौकी की पौध का वीडियो


Natural farming विधि से लौकी की खेती हम करते हैं तो सर्वप्रथम फसलों के अवशिष्ट को भूमि में अच्छी सी मन्चिंग कर देनी चाहिए। मंचिंग के ऊपर गोबर खाद के सूखे खाद का छिड़काव कर दी जाए।

लौकी के पौधे लगने के उपरांत हर दूसरी गांठ पर जड़े उभर के आती है उसे भूमि में दबा दी जाने से फसलों की पोषण भरपूर मात्रा में मिलती चले जाएगी

खेत में मचान बनाकर लौकी के पौधे को चढ़ाया जा सकता है इस तरह लौकी की फसल तैयार करने से अत्याधिक मात्रा में लौकी की सब्जी तैयार होकर मिल सकती है मिलने पर इन्हें मंडियों में पहुंचा सकते हैं

लौकी की फसल अगर हम खेत में ही फैलाना चाहे तो उसे अवशिष्ट पदार्थ के मन्चिंग के ऊपर फैलाने से किसी भी प्रकार की लौकी की फसल में सड़न गलन की समस्या नहीं आएगी।

नेचुरल फार्मिंग में पूरी तरह से देसी बीज का ही चुनाव करने से लौकी की फसल अच्छी होने की संभावना रहती है 


लौकी की फसल लेने का समय


लौकी की फसल गर्मी के महीनों में जनवरी से मार्च के दौरान और जून-जुलाई के महीनों में इस की बीच की रोपण की जाती है लौकी एक बेल वर्गी फसल है हर बेल वर्गी  फसल कि जिस तरह से देखने की जाती है उस तरह ही लौकी की खेती में देखरेख करनी होती है फसल तैयार होने की उपरांत अत्यधिक जोड़ने से पहले ही फसल की तोड़ाई कर देनी चाहिए



लौकी में मादा पुष्प संख्या बढ़ाना ।लौकी की पत्ते और डंठल की सब्जी ।

बंगाल में लौकी पत्ते की सब्जी का उपयोग अत्याधिक मात्रा में की जाती है लौकी के पत्ते और उनके डंठल बंगाल में सब्जी हेतु उपयोग में ली जाती है।
अक्सर फसल में किसी वजह से नर पुष्प की मात्रा बढ़ जाती है इस वजह से लौकी में फसल लग नहीं पाती ऐसे समय में लौकी की अन्य शाखा निकलने हेतु मुख्य शाखा को काट ली जाती है इससे अन्य शाखाओं से तैयार बेल में मादा पुष्प की संख्या बढ़ के आती है इस तरह की विधि द्वारा लौकी की फसल में मादा पुष्प संख्या को बढ़ाया जा सकता है।

मचान द्वारा लौकी की फसल लेने पर अन्य सब्जी की फसल ली जा सकती है।

बांस के मचान बनाकर लौकी की फसल लेने पर फसल के नीचे अन्य पत्त दार सब्जी की फसल लेकर अतिरिक्त आमदनी कमाई जा सकती है गर्मियों के महीने में धनिया लाल भाजी इत्यादि की फसल लेकर अतिरिक्त आमदनी कमाई जा सकती है

नेचुरल फार्मिंग में बीज का संरक्षण कर भविष्य में अच्छी फसल ली जा सकती है




नेचुरल फार्मिंग में लौकी की खेती कैसे करे ?





नेचुरल फार्मिंग में किसी भी प्रकार की फसल लेने पर सर्वप्रथम हमें फसल के अच्छे फल का चुनाव कर उसे बीज हेतु तैयार करनी चाहिए लौकी की फसल लेने के समय बड़े आकार की लौकी का चुनाव कर रख लेनी चाहिए तैयार बड़े आकार के लौकी के बीज को संग्रहित कर रख ,आने वाले समय में इस बीच का उपयोग अपने खेत में करनी चाहिए
अपनी खेत के बीज हमारे खेत के अनुकूल  अच्छी फसल देने हेतु तैयार हो चुके रहते हैं

घर में लौकी कैसे लगाएं


हर घर में कुछ ना कुछ आंगन और सब्जीबड़ी रहती है पांच व्यक्ति के परिवार के लिए 2 पौधे से ही हमें घर के लिए सब्जी मिल सकती है। बड़ी ग्रो बैग में लौकी की फसल ली जा सकती है घरेलू बाड़ी में मचान की मदद से लौकी की फसलें लेने चाहिए

लौकी की बड़ी बनाने हेतु  किस तरह की लौकी  चाहिए।

ग्रामीण क्षेत्रों में लौकी की बड़ी उड़द दाल के साथ मिलाके बनाई जाती है इस तरह की लौकी की बड़ी बनाने हेतु पूरी तरह से परिपक्व हो चुके लौकी को उपयोग में ली जाती है किसानों को अत्याधिक मात्रा में फसल बाजार पर आने के कारण लौकी का रेट नहीं मिल पाता तब किसान अगर लौकी की बड़ी बनाकर तैयार कर उसे बाजार में बेचता है तो अच्छी कमाई की जा सकती है

















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