जंगली खेती natural farming in hindi,english




जंगली खेती  किसानी natural farming in hindi,english

 हम जंगल को देख कर सीखतें हैं। पाया जाता है कि जितनी अच्छी तरह से पेड़ पौधे जंगलों में उगते हैं, बिना किसी भी प्रयास के, उतनी, हम कुछ भी कोशिश कर लें, इंसान नहीं कर पाते।

जंगल को देख लेने मात्र से हमें आम लोगों को उसके रहस्य समझ में नहीं आए। लेकिन हमारे ऋषि मुनियों को समझ में आते थे। तो वे ऐसी खेती करते थे। इसलिए इसे भारत में ऋषि खेती भी कहते हैं। इस खेत में कोई जुताई या गोड़ाई नहीं करता, वैसे ही हमें भी अपनी जमीनों पर जुताई या गोड़ाई नहीं करनी चाहिए

फुकुओका के जंगली खेती सिद्धांत


जापान के प्रसिद्ध वैज्ञानिक और दार्शनिक फुकुओका ने सूखे भूमि में धान की खेती लगाकर यह प्रदर्शित की की बिना जुताई की खेती में भी धान का बुवाई की जा सकती है इन्होंने खेती के पूरे विधि को प्राकृतिक तरीके से प्रयोग करते हुए यह सिद्ध किया की खेती में बिना जुताई के भी हम फसल की उपज ले सकते हैं 

कंद मूल की खेती

फसलोंं  के अवशेष से प्राकृतिक मन्चिंग


 जंगलों में जमीन हमेशा पत्तो से या हरियाली से ढँकी रहती है, वैसे ही हमें भी अपनी जमीन पत्तों से या हरियाली से ढंकी रखनी चाहिए।
जंगलों में कई प्रकार के पौधे-पेड़ एक साथ उगते हैं, वैसे ही हमें भी mix करके पेड़-पैधे उगाना चाहिए।

 कि इस प्रकार की खेती से उपज बहुत ही ज्यादा होती है, कीट का प्रकोप नहीं होता, और खाद की आवश्यकता भी नहीं पड़ती।

इसे ही जंगली खेती कहते है।











टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट